रूह का गम – Sad Poem In Hindi
क्युँ रो रहा है ?
कोई तुमसे बिछड़ गया ?
ज़िंदा है वो या मर गया ?
ज़िंदा है।।
ज़िंदा है तो किधर गया ?
अच्छा ,अब समझा
तेरा साथ छोर गया।।
दर्द है इस बात का ?
कुछ ज्यादा गम है ?
बाढ़ लाने को तेरे आँसू कम है
क्युँ सोच रहा उसे ? यही हम है
अच्छा , अब समझा
वो तेरा सनम है।।
देख मेरी आँखों में
तुझे दर्द जानना है ?
उसका ठिकाना शमसान है
भटके रूह से पूछना
कैसा लगता है
खुद को खुद से दूर करना।।
Rishabh Karn